Kri Dhatu Roop: दोस्तों आज हमने कृ धातु के रूप लिखे है। कृ धातु के रूप संस्कृत में सभी लकारों (All Lakar), पुरुष एवं तीनों वचन में लिखे है कृ धातु का अर्थ होता है ‘करना’ ।
कृ धातु उभयपदी तनादिगण धातु शब्द है। कृ जैसे सभी उभयपदी तनादिगण धातु के धातु रूप (Dhatu Roop) इसी प्रकार बनाते है ।
विषय-सूची
Kri Dhatu Roop In Sanskrit
1. लट् लकार कृ धातु – वर्तमान काल
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
करोति
कुरुतः
कुर्वन्ति
मध्यम पुरुष
करोषि
कुरुथः
कुरुथ
उत्तम पुरुष
करोमि
कुर्वः
कुर्मः
2. लिट् लकार कृ धातु – Past Perfect Tense
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
चकार
चक्रतुः
चक्रुः
मध्यम पुरुष
चकर्थ
चक्रथुः
चक्र
उत्तम पुरुष
चकार/चकर
चकृव
चकृम
3. लुट् लकार कृ धातु – First Future Tense or Periphrastic
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
कर्ता
कर्तारौ
कर्तारः
मध्यम पुरुष
कर्तासि
कर्तास्थः
कर्तास्थ
उत्तम पुरुष
कर्तास्मि
कर्तास्वः
कर्तास्मः
4. लृट् लकार कृ धातु – भविष्यत्, Second Future Tense
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
करिष्यति
करिष्यतः
करिष्यन्ति
मध्यम पुरुष
करिष्यसि
करिष्यथः
करिष्यथ
उत्तम पुरुष
करिष्यामि
करिष्यावः
करिष्यामः
5. लोट् लकार कृ धातु – अनुज्ञा, Imperative Mood
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
कुरुतात्/करोतु
कुरुताम्
कुर्वन्तु
मध्यम पुरुष
कुरु/कुरुतात्
कुरुतम्
कुरुत
उत्तम पुरुष
करवाणि
करवाव
करवाम
6. लङ् लकार कृ धातु – भूतकाल, Past Tense
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
अकरोत्
अकुरुताम्
अकुर्वन्
मध्यम पुरुष
अकरोः
अकुरुतम्
अकुरुत
उत्तम पुरुष
अकरवम्
अकुर्व
अकुर्म
7. विधिलिङ् लकार कृ धातु – चाहिए के अर्थ में, Potential Mood
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
कुर्यात्
कुर्याताम्
कुर्युः
मध्यम पुरुष
कुर्याः
कुर्यातम्
कुर्यात
उत्तम पुरुष
कुर्याम्
कुर्याव
कुर्याम
8. आशीर्लिङ् लकार कृ धातु – आशीर्वाद देना, Benedictive Mood
हम आशा करते है कि हमारे द्वारा Kri Dhatu Roop आपको पसंद आये होगे। अगर यह शब्द के रूप आपको पसंद आया है तो अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ शेयर करना ना भूले। इसके बारे में अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।